विद्यार्थियों को नहीं मिल रहा है नामधारी कॉलेज में मूलभूत सुविधा, एक दिवसीय दिया धरना
रजनीश कुमार, गढ़वा
स्थानीय एस एसजेएस नामधारी महाविद्यालय में मूलभूत सुविधाओं की उपेक्षा के खिलाफ झारखंड छात्र मोर्चा गढवा के द्वारा बुनियादी सुविधाओं की गंभीर उपेक्षा को उजागर करने के लिए एक दिवसीय धरना आयोजित किया। विरोध का कारण परिसर में शौचालयों की गैर-कार्यात्मक स्थिति और छात्रों के लिए सुरक्षित पेयजल की पूरी तरह कमी, क्लास की समयबद्धा सहित अन्य विषय शामिल था।सुबह 11 बजे शुरू हुए धरने में छात्र-छात्राओं ने हाथों में तख्तियां लेकर कॉलेज परिसर में मार्च किया और जमकर नारेबाजी की। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन छात्रों द्वारा जमा की गई फीस का दुरुपयोग कर रहा है, जबकि उन्हें शिक्षा के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। छात्रों ने अपनी पीड़ा क्रमशः विषय रखने के दौरान रखा जिसमे की अवैध वसूली जैसे गंभीर विषय सामने निकल कर आए । जिला अध्यक्ष निशांत चतुर्वेदी ने कहा की अपने बच्चो को दिल्ली,पटना, रांची और मुंबई मे पढ़ा कर सुनहरे भविष्य का सपना देखने वालो को ये जरूर सोचना चाहिए की उनके पास भी किसी का सपना पढ़ रहा है। जिस महाविद्यालय मे कक्षाओ की समयबद्धता, पेयजल, शौचालय जैसे मूलभूत सुविधा न हो उस परिसर की कल्पना करना कितना दुर्भाग्यपूर्ण है।
जिला कोषाध्यक्ष सूरज कुमार तिवारी ने बताया कि महाविद्यालय परिसर में पेयजल, शौचालय एवं खेल-कूद की सुविधाएँ काफी दयनीय स्थिति में हैं। छात्रों को बुनियादी सुविधाओं के अभाव में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने महाविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि इन आवश्यक सुविधाओं को जल्द से जल्द दुरुस्त कराया जाए, ताकि विद्यार्थी स्वच्छ और बेहतर वातावरण में अपनी शिक्षा एवं गतिविधियाँ जारी रख सकें।आर्यन सिंह ने कहा की आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आवश्यक कॉलेज शुल्क जमा करने के बावजूद, सीखने के लिए आवश्यक बुनियादी वातावरण भी कॉलेज प्रशासन द्वारा बनाए नहीं रखा गया है। हरीओम ने कहा की विवाद का प्रमुख बिंदु प्रशासन द्वारा कथित रूप से और कॉलेज परिसर का, जिसमें प्रिंसिपल कार्यालय के पास के क्षेत्र भी शामिल हैं, वाहनों की पार्किंग के लिए उपयोग करना था, जिससे छात्रों के लिए जगह कम हो रही है। शुकुल कुमार ने टिप्पणी की, हमारा विरोध प्रशासन के लिए एक स्पष्ट संदेश है: छात्रों के मौलिक अधिकार—एक स्वच्छ और सुरक्षित शिक्षण वातावरण का अधिकार—गैर-परक्राम्य हैं।
नितीश कुमारने कहाकी हम सभी स्वच्छता और जल सुविधाओं की तत्काल मरम्मत की मांग करते हैं। इसके अलावा, निजी वाहनों के लिए उचित पार्किंग की व्यवस्था की जाए, उन्हें मुख्य परिसर क्षेत्रों से हटाया जाए। छात्रों ने सर्वसम्मति से घोषणा की वे तब तक अपना संघर्ष जारी रखेंगे जब तक कोई ठोस सुधार नहीं हो जाता। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि वे केवल खोखले वादों या विलंबित कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होंगे। मौके पर जिला सचिव विकास चंद्रवंशी, शमशेर अंसारी, आर्यन सिंह, हरीओम, आदित्य, नितेश कुमार,शुभम कुमार दुबे, सोनम सिंह, धर्मेश गुप्ता,शैलेश,मनीष, रोहित, राकेश, सौरभ, अरूणा टोप्पो, कुमार, मोहित कुमार,विवेक कुमार,ज्योति कुमारी,रीना कुमारी,शांति कच्छप,संध्या कुमारी,खुशी कुमारी,खुशी कुमारी,चंदा कुमारी सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।












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