आखिर नामांकन के बाद ही क्यों हुए गिरफ्तार राजद प्रत्याशी सत्येंद्र
गर्मजोशी के साथ किया था सत्येंद्र ने नामांकन, नहीं था पता कि हम हो जाएंगे गिरफ्तार, और बिहार से पहुंच जाएंगे झारखंड
रजनीश कुमार, गढ़वा
गढ़वा थाना क्षेत्र के चर्चित वर्ष 2004 के बैंक डकैती कांड में नामजद अभियुक्त एवं रोहतास जिले के सासाराम विधानसभा से राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर सोमवार को गढ़वा लाया। पुलिस का यह काफिला लगभग 10 गाड़ियों के साथ गढ़वा पहुंचा, जहां सदर थाना पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सत्येंद्र साह पर गढ़वा शहर के चिरौंजिया मोड़ स्थित बैंक की राशि लूटने का आरोप है। इस मामले में वह लंबे समय से फरार चल रहा था। गढ़वा पुलिस ने बताया कि इस डकैती मामले में सत्येंद्र साह के खिलाफ न्यायालय से स्थायी वारंट (लाल वारंट) जारी था। रोहतास के एसडीपीओ टू कुमार वैभव ने बताया कि “सासाराम से राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह को नामांकन के बाद गिरफ्तार किया गया है। उन्हें न्यायिक हिरासत में गढ़वा भेजा गया है।” उन्होंने बताया कि वर्ष 2004 के गढ़वा डकैती प्रकरण में 2018 में स्थायी वारंट जारी किया गया था, जिसकी सूचना पर कार्रवाई करते हुए बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया।पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, सत्येंद्र साह के खिलाफ विभिन्न थानों में 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट और धमकी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। इन सभी मामलों में वह या तो फरार चल रहा था या न्यायालय से गैरहाजिर पाया गया था। वहीं, सत्येंद्र साह के समर्थकों का कहना है कि यह गिरफ्तारी राजनीतिक दबाव में की गई है। उनका आरोप है कि चुनावी मौसम में विपक्षी दलों के दबाव में पुलिस ने कार्रवाई की है ताकि उनके नेता की राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके। इधर, गढ़वा सदर थाना पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया इस गिरफ्तारी से क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। एक ओर पुलिस इसे कानून के पालन की कार्रवाई बता रही है, वहीं दूसरी ओर राजद समर्थक इसे “राजनीतिक षड्यंत्र” बता रहे हैं। अब देखना यह होगा कि वर्षों पुराने इस डकैती मामले में न्यायालय का अगला कदम क्या होता है।












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